एक ऐसा गुप्त संगठन जो 100 से ज्यादा देशों मे परोक्ष सरकार चला रहा है.......ये वही अंग्रेज हैं जिन्होंने दुनिया के अधिकाँश देशों को प्रत्यक्ष रूप से अपना गुलाम बनाया था और आज इन्ही देशों मैं झूठी आजादी झूठा लोकतंत्र स्थापित कर गुलामी के अंतहीन साम्राज्य का विस्तार कर रहे हैं.....हर स्थान पर इनका दखल है हर जगह इनके एजेंट्स हैं कांग्रेस इल्लुमिनाती की एजेंट है भारत मे....
यहूदी ही इल्लुमिनाती हैं....आप अंग्रेज समझिये.....तेरह राज घराने थे जिहोने कई देश को गुलाम बनाया था......आज भी नकली आज़ादी देकर इल्लुमिनाती सिस्टम से कंट्रोल करते हैं .... आज उनका नाम कौंसिल आफ 13 है
उसके नीचे कमिटी 300 है......यही ईस्ट इण्डिया कंपनी थी........सबसे पहले इल्लुमिनाती का इतिहास जानिए .........
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गोड (god)कौन है किसी को मालुम नही पर उसने एक बार अब्राह्म को पास बूला कर कहा की तूझे और तेरी संतानों को पूरी पृथ्वि आशिर्वाद के रूप में देता हुं । तब से अब्राह्म अपने आप को पूरी पृथ्वि का मालिक समझने लगा, और अपने बच्चों को भी बताता रहा ।
अब्राह्म जिस जीवन शैली से रहता था उसे यहुदी धर्म कहा गया । कुछ पिढियों के बाद उस के विशाल परिवार वैचारिक हिस्से में बंट गया ।
ईशा नाम के आदमी ने दावा किया की मैं गोड की पसंद हुं मै कहता हुं ऐसे जीना है और वो ही हमारा धर्म है, और इसाई धर्म की स्थापना कर दी ।
महम्मद नाम का आदमी बोला मै ही खूदा की पसंद हुं, मैं कहुं वो ही धर्म है, और इस्लाम धर्म की स्थापना हो गई ।
ऐसे एक धर्म से तीन तीन शैतानी धर्म पैदा हो गये,
१ यहुदी ( ओरिजिनल, अब्राह्मवाला)
२ इस्लाम
३ इसाई,
और तीनों दावा ठोकने लगे हम लोग ही उपरवाले की पसंद है, हमें ही पृथ्वि भेंट में मिली है, हमे ही उस पर राज करना है ।
पृथ्वि पर अधिकार के लिए इस्लाम और इसाई प्रजा क्रुजेड और जेहाद के नाम पर सदियों तक कटती रही ।
यहुदी प्रजा
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यहुदी प्रजा जगत की अन्य प्रजा की तरह इन दोनों की शिकार होती रही, साथ में अलग तरिके से मजबूत बनती रही । अपना सारा ध्यान व्यापारमें लगा दिया और आज की तारिख में धन के बल पर उसी प्रजा ने लगभग विश्व भर को अपना गुलाम बना लिया....
ये मालिक ब्रिटन के राज महल से दूर अपना ही एक अलग छोटासा टाउन बना के रहते थे । इस टाउन की नीव इसा की पहली सदी में रोमन व्यवसायीयों ने डाली थी । युद्ध होते रहे, राज परिवार बदलते रहे । हजार साल पहले, सन १०६७ राजा के साथ समझौता किया । इस टाउन के नागरिक राजा के वफादार रहेंगे, राजा को जितने भी धन की जरूरत पडे, ये नागरिक देंगे लेकिन शर्त इतनी की राजा कभी भी उनके काम में कोइ दखल न दे, राजा का कोइ भी कानून इस टाउन को लागू नही होने चाहिए ।
लंडन शहर के बिचो बीच आज भी ६७७ एकर का एक छोटासा ८००० की आबादीवाला स्वतंत्र देश “सिटी ओफ लंडन कोर्पोरेशन” मौजुद है ।
इस सिटी के आदमी इस सिटी से बाहर ब्रिटन की किसी भी संस्था में बडे पद पर पहुँच जाते है लेकिन बाहर का आदमी इस सिटीमें कभी बडे पद पर नियुक्त नही होता । ब्रिटन की पार्लमेंन्टमें मैं भी ये चुन के जाते है लेकिन वहां का कानून इन पर लागु नही होता । इन का राज परिवार से सीधा संबंध है । दिनमें बाहर से दो ढाई लाख आदमी बाहर से काम के लिए आ जाते हैं ।
विश्व की 500 बेंकों के, बडे बडी कंपनियो के हेडक्वाटर यहां पर है ।
1=युनो(uno), अमेरिका का डिस्ट्रिक्ट ओफ कोलंबिया (जो अमरिका के कंट्रोलमें नही है),
2=नाटो की सेना,
3=युरोप के १३ राज घराना और अति धनवान परिवार,
4= कमिटी-३००, इन सब के अधिकारियों की मिटिन्ग, सबके निर्णय इस सिटीमें लिये जाते हैं ।
इनके काम ====
दुनिया के देशों में किसे प्रमुख बनाना चाहिए किसे पद से उतारना है यहां तय होता है । वेटिकन सिटी में किसे पोप बनाना है निर्णय ये लोग लेते हैं ।
सारी दुनिया को कैसे हेंडल करना है वो सारे निर्णय यहां होते है । एक तरिके से पूरी दुनिया पर इस सिटी का राज है । न्यु योर्क का वोलस्टीट इस का ही एक हिस्सा है ।
यहां यहुदी ही रह गये हैं ऐसा नही है अब सारे धनपति आ गये हैं, जिनका स्थापित धर्म के साथ लेना देना नही है । उनका अपना मॅसोनिक धर्म है । सिटी के बीचमें मेसोनिक लोज (पूजा स्थल) है । ल्युसिफर नाम के शैतान की पूजा करते हैं । और अपनी जात को क्रुरतम और निर्दयी बनाने के लिये भयंकर तांत्रिक विधी भी कर लेते हैं और कभी बच्चों की बली चढाने से भी नही चुकते ।
ईस सिटी का मुखिया होता है । इसे लोर्ड ओफ मेयर कहा जाता है ।
कमिटी-३०० (इस्ट इन्डिया कंपनी) दुसरे दरजे के धनपति है, वाया सिटी ओफ लंडन कोर्पोरेशन, ये लोग पूरी दुनिया का फाईनान्स हेन्डल करते है ।
आईएमेफ IMF
वर्ल्ड बेन्क, WORLDBANK
फेड रिजर्व, AMERICI FED RESERV
युरोपिय सेन्ट्रल बेन्क
और दुनिया भरकी बेन्किन्ग सिस्टम का नियंत्रण करते हैं ।
विकासशील देशों को कर्जे में डुबा कर विकसित देशों का गुलाम बनाते हैं ।
ग्रुप7,20 और 30 इन्वेस्टमेन्ट बेन्कों के फायनान्शियल रेग्युलेटर और दलाली के काम करते है एक आर्थिक आतंकवादी की तरह ।
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इस समय इल्लुमिनाती एक सेक्रेट सोसाइटी के रूप में काम कर रही है......कहीं भी अपने आप को शो नहीं होने देती ,,पर मौजूद है हर जगह भारत में भी ,,जो भी लोग अमेरिका हित की......फोर्ड हित की.....सीआईए एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं समझ लीजिए इल्लुमिनाती वाले हैं या उनके एजेंट हैं ...सतर्क रहिये उनसे .....भारत की हर पार्टी में उनके एजेंट मौजूद हैं .......मिडिया तो समझिये उन्ही की है .......राष्ट्रवादी लोगो के वो दुश्मन होते हैं ........लन्दन में बैठे इल्लुमिनाती वाले राष्ट्रवादी लोगो को मरवा देते हैं या अपने में शामिल करने की कोशिश करते हैं .......आप एक विडिओ देख कर समझिये की कैसे इल्लुमिनाती अपने आपको सीक्रेट किये हुए हैhttps://www.youtube.com/ watch?v=YE-Hvo0hSr0
यहूदी ही इल्लुमिनाती हैं....आप अंग्रेज समझिये.....तेरह राज घराने थे जिहोने कई देश को गुलाम बनाया था......आज भी नकली आज़ादी देकर इल्लुमिनाती सिस्टम से कंट्रोल करते हैं .... आज उनका नाम कौंसिल आफ 13 है
उसके नीचे कमिटी 300 है......यही ईस्ट इण्डिया कंपनी थी........सबसे पहले इल्लुमिनाती का इतिहास जानिए .........
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गोड (god)कौन है किसी को मालुम नही पर उसने एक बार अब्राह्म को पास बूला कर कहा की तूझे और तेरी संतानों को पूरी पृथ्वि आशिर्वाद के रूप में देता हुं । तब से अब्राह्म अपने आप को पूरी पृथ्वि का मालिक समझने लगा, और अपने बच्चों को भी बताता रहा ।
अब्राह्म जिस जीवन शैली से रहता था उसे यहुदी धर्म कहा गया । कुछ पिढियों के बाद उस के विशाल परिवार वैचारिक हिस्से में बंट गया ।
ईशा नाम के आदमी ने दावा किया की मैं गोड की पसंद हुं मै कहता हुं ऐसे जीना है और वो ही हमारा धर्म है, और इसाई धर्म की स्थापना कर दी ।
महम्मद नाम का आदमी बोला मै ही खूदा की पसंद हुं, मैं कहुं वो ही धर्म है, और इस्लाम धर्म की स्थापना हो गई ।
ऐसे एक धर्म से तीन तीन शैतानी धर्म पैदा हो गये,
१ यहुदी ( ओरिजिनल, अब्राह्मवाला)
२ इस्लाम
३ इसाई,
और तीनों दावा ठोकने लगे हम लोग ही उपरवाले की पसंद है, हमें ही पृथ्वि भेंट में मिली है, हमे ही उस पर राज करना है ।
पृथ्वि पर अधिकार के लिए इस्लाम और इसाई प्रजा क्रुजेड और जेहाद के नाम पर सदियों तक कटती रही ।
यहुदी प्रजा
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यहुदी प्रजा जगत की अन्य प्रजा की तरह इन दोनों की शिकार होती रही, साथ में अलग तरिके से मजबूत बनती रही । अपना सारा ध्यान व्यापारमें लगा दिया और आज की तारिख में धन के बल पर उसी प्रजा ने लगभग विश्व भर को अपना गुलाम बना लिया....
ये मालिक ब्रिटन के राज महल से दूर अपना ही एक अलग छोटासा टाउन बना के रहते थे । इस टाउन की नीव इसा की पहली सदी में रोमन व्यवसायीयों ने डाली थी । युद्ध होते रहे, राज परिवार बदलते रहे । हजार साल पहले, सन १०६७ राजा के साथ समझौता किया । इस टाउन के नागरिक राजा के वफादार रहेंगे, राजा को जितने भी धन की जरूरत पडे, ये नागरिक देंगे लेकिन शर्त इतनी की राजा कभी भी उनके काम में कोइ दखल न दे, राजा का कोइ भी कानून इस टाउन को लागू नही होने चाहिए ।
लंडन शहर के बिचो बीच आज भी ६७७ एकर का एक छोटासा ८००० की आबादीवाला स्वतंत्र देश “सिटी ओफ लंडन कोर्पोरेशन” मौजुद है ।
इस सिटी के आदमी इस सिटी से बाहर ब्रिटन की किसी भी संस्था में बडे पद पर पहुँच जाते है लेकिन बाहर का आदमी इस सिटीमें कभी बडे पद पर नियुक्त नही होता । ब्रिटन की पार्लमेंन्टमें मैं भी ये चुन के जाते है लेकिन वहां का कानून इन पर लागु नही होता । इन का राज परिवार से सीधा संबंध है । दिनमें बाहर से दो ढाई लाख आदमी बाहर से काम के लिए आ जाते हैं ।
विश्व की 500 बेंकों के, बडे बडी कंपनियो के हेडक्वाटर यहां पर है ।
1=युनो(uno), अमेरिका का डिस्ट्रिक्ट ओफ कोलंबिया (जो अमरिका के कंट्रोलमें नही है),
2=नाटो की सेना,
3=युरोप के १३ राज घराना और अति धनवान परिवार,
4= कमिटी-३००, इन सब के अधिकारियों की मिटिन्ग, सबके निर्णय इस सिटीमें लिये जाते हैं ।
इनके काम ====
दुनिया के देशों में किसे प्रमुख बनाना चाहिए किसे पद से उतारना है यहां तय होता है । वेटिकन सिटी में किसे पोप बनाना है निर्णय ये लोग लेते हैं ।
सारी दुनिया को कैसे हेंडल करना है वो सारे निर्णय यहां होते है । एक तरिके से पूरी दुनिया पर इस सिटी का राज है । न्यु योर्क का वोलस्टीट इस का ही एक हिस्सा है ।
यहां यहुदी ही रह गये हैं ऐसा नही है अब सारे धनपति आ गये हैं, जिनका स्थापित धर्म के साथ लेना देना नही है । उनका अपना मॅसोनिक धर्म है । सिटी के बीचमें मेसोनिक लोज (पूजा स्थल) है । ल्युसिफर नाम के शैतान की पूजा करते हैं । और अपनी जात को क्रुरतम और निर्दयी बनाने के लिये भयंकर तांत्रिक विधी भी कर लेते हैं और कभी बच्चों की बली चढाने से भी नही चुकते ।
ईस सिटी का मुखिया होता है । इसे लोर्ड ओफ मेयर कहा जाता है ।
कमिटी-३०० (इस्ट इन्डिया कंपनी) दुसरे दरजे के धनपति है, वाया सिटी ओफ लंडन कोर्पोरेशन, ये लोग पूरी दुनिया का फाईनान्स हेन्डल करते है ।
आईएमेफ IMF
वर्ल्ड बेन्क, WORLDBANK
फेड रिजर्व, AMERICI FED RESERV
युरोपिय सेन्ट्रल बेन्क
और दुनिया भरकी बेन्किन्ग सिस्टम का नियंत्रण करते हैं ।
विकासशील देशों को कर्जे में डुबा कर विकसित देशों का गुलाम बनाते हैं ।
ग्रुप7,20 और 30 इन्वेस्टमेन्ट बेन्कों के फायनान्शियल रेग्युलेटर और दलाली के काम करते है एक आर्थिक आतंकवादी की तरह ।
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इस समय इल्लुमिनाती एक सेक्रेट सोसाइटी के रूप में काम कर रही है......कहीं भी अपने आप को शो नहीं होने देती ,,पर मौजूद है हर जगह भारत में भी ,,जो भी लोग अमेरिका हित की......फोर्ड हित की.....सीआईए एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं समझ लीजिए इल्लुमिनाती वाले हैं या उनके एजेंट हैं ...सतर्क रहिये उनसे .....भारत की हर पार्टी में उनके एजेंट मौजूद हैं .......मिडिया तो समझिये उन्ही की है .......राष्ट्रवादी लोगो के वो दुश्मन होते हैं ........लन्दन में बैठे इल्लुमिनाती वाले राष्ट्रवादी लोगो को मरवा देते हैं या अपने में शामिल करने की कोशिश करते हैं .......आप एक विडिओ देख कर समझिये की कैसे इल्लुमिनाती अपने आपको सीक्रेट किये हुए हैhttps://www.youtube.com/
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