याद रखिये जब जब हिन्दू घटा तब तब देश बटा!!!!
भारत में हिंदू राज्य की स्थापना कैसे हो !
भारत में 83 प्रतिशत हिंदू हैं ,जिन पर 17 प्रतिशत हिंदू विरोधी राज्य कर रहे हैं .इसमे सबसे महत्व पूर्ण स्थान सोनिया गाँधी और उसके परिवार का है। जो ईसाई हैं। राहुल तो भविष्य में प्रधान मंत्री बनने का सपना देख रहा है सोनिया के ख़ास सलाहकारों में ,ओस्कर फर्नांडिस, अम्बिका सोनी ,जिसका नाम हिंदू जैसा है लेकिन वह ईसाई है।,शामिल हैं उप राष्ट्रपति मोहम्मद हमीद अंसारी ,अहमद पटेल ,सलमान खुर्शीद सोनिया के ख़ास हिमायती हैं और कट्टर मुसलमान हैं गृह राज्य मंत्री शकील अहमद हिंदू विरोध के लिए कुख्यात है, केन्द्रीय मंत्री ई अहमद एक मुस्लिम लीगी है,और शफी कुरैशी ,अब्दुल रहमान अंतुले जैसे लोग हिन्दुओं के ख़िलाफ़ ज़हर उगलते रहते हैं ,सोनिया के चहेते हैं.आन्ध्र प्रदेश का मुख्य मंत्री राज शेखर रेड्डी एक ईसाई है ,जिसे लोग हिंदू समझते हैं ,जोन दयाल चेयरमैन केथोलिक यूनियन ,और बालसन थम्पू चेयरमैन एन सी ऐ आर टी सोनिया को हिंदू समाज को कमजोर करने की तरकीबें सिखाते है जिस समय हिंदू अपनी आजीविका कमाने ,या अपने त्यौहार मनाने ,या मन्दिर बनाने में व्यस्त होते हैं, यह लोग हिन्दुओं को राजनीतिक रूप से गुलाम बनाने, और इस भूमि से हिंदू धर्म का सफाया करने की योजनायें बनाते रहते हैं। विश्व में मुसलामानों के 54 देश हैं लेकिन दुर्भाग्य से लगभग एक अरब हिंदू जनसंख्या होने के बावजूद ऐसा कोई देश नहीं जहाँ हिंदू भय मुक्त होकर रह सकें .हम आज तक भारत को एक हिंदू राष्ट्र नहीं बना सके। इसका मुख्य कारण है हमारा स्वार्थ ,पदलोलुपता, हिन्दुओं में एकता का अभाव.और इसीलिए आज राजनीति में मुसलमान ईसाई कम्युनिस्ट और हिंदू विरोधी छाये हुए हैं .और हमेशा हिन्दुओं की अवहेलना की जाती है। यदि हिंदू सचमुच ,मुलायम, लालू रामविलास जैसे मक्कारों और मुसलमानों, ईसाइयों ,और वामपन्थिओं के चगुल से निकालने, और हिन्दुओं को दूसरे दर्जे का नागरिक बनने से बचाना चाहे हों तो निम्न उपाय करने होंगे.
1- सारे हिंदू संगठन जैसे आर एस एस, वी एच पी, बजरंग दल, शिवसेना, बी जे पी और अकाली दल मिल कर एक फ्रंट बनाएं ,और ईश्वर के नाम पर शपथ लें की हर हाल में हिंदू शक्ति की विजय सुनिश्चित करेंगे .
2-भारत में लगभग एक लाख पचास हज़ार अरबपति और चालीस हज़ार खरबपति हैं .और उनमेसे अधिकाँश के पास विदेशों में भी अरबों डालरों की सम्पति है। यदि उन्हें समझाया जाए की यदि भारत में हिंदू अल्प संख्यक हो गए तो कुछ ही वर्षों में उनकी संपत्ति शून्य हो जायेगी। जैसा कश्मीर में हुआ है.
3-हम ऐसे सभी धन कुबेरों से उचित माध्यमों से संपर्क कें ,और उन्हें भामा शाह की तरह देशहित में दान देने की सलाह दे.
4-देश के सभी सम्प्रदाय के संतों ,उपदेशकों ,धर्माचार्यों ,और महंतों से संपर्क कें और उन्हें इस धर्म कार्य का नेतृत्व करने हेतु निवेदन करें। और अपने प्रवचनों ,उपदेशों में इस विषय को अवश्य सम्मिलित करें .संतों द्वारा चलाये गए अभियान से बाज़ी पलट सकती है।
5-देश में अनेकों ओजस्वी प्रखर वक्ता हैं उमा भारती , सुब्रमण्यम स्वामी और विनत कटियार ,इनको प्रचार के लिए देश में भेजा जाए।
6-प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अनुभवी लोगों को इस काम के लिए अनुबंधित कियाजाये, और ऐ मेल आदि का भरपूर उपयोग किया जाए।
7- हमारे वक्ताओं ,नेताओं को अपने विचार निर्भयता और स्पष्ट रूप से प्रकट करने होंगे ,ताकि लोगों में कोई भ्रम न रहे। स्पष्ट नीति के कारण लोगों का विशवास बढेगा
8-यदि आज बी जे पी साफ़ तौर पर यह घोषणा कर दे की ,वह सत्ता मिलने पर देश से आतंकवाद का सफाया कर देगी ,तो कोई कारण नहीं की हिंदू वोट बी जे पी को नहीं मिलें
9-लोकसभा की लगभग 50सीटें ऎसी हैं ,जहाँ हिंदू वोट उदासीन रहता है ,और हिंदू वोटों की संख्या कम रहती है। वहां पर विख्यात हिंदू नेताओं को भेजा जाए,जो अपने ओजस्वी भाषणों से हिन्दुओं को वोट देने के लिए प्रेरित करें और वातावरण पक्ष में बनाएं।
10- यदि केवल 40 प्रतिशत हिंदू भी निश्चय करके वोट डालते हैं ,तो हिंदू राष्ट्र की अवधारणा साकार हो सकती है। इसमे कोई संशय नही है। हमें हिंदू धर्म ,संस्कृति और अपने देश को बचाने के लिए ,गहरी नींद से जागना होगा,और एक साथ मिलकर काम करना होगा। हम यह अवसर न चूकें.याद रखिये की समय किसी के लिए नहीं ठहरता ,ऐसा न हो की बाद में हाथ मलना पड़े। आइये सभी हिंदू प्रतिज्ञा करें की हम अपना भाग्य अपने हाथों से बनायेंगे और भारत को एक हिंदू राष्ट्र बना कर्ण ही दम लेंगें।
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ये निर्विवाद है की जहाँ से हिन्दू
घटा वो हिस्सा भारत से कटा.......
# ईरान भारत से अलग हुआ -
इस्लामिक देश बना |
# अफगानिस्तान भारत से अलग हुआ -
इस्लामिक देश बना |
# 1947 मे पाकिस्तान भारत से अलग हुआ
इस्लामिक देश बना | # 1952 मे आजाद कश्मीर बना, भारत से अलग
हुआ इस्लामिक देश बना |
# 1971 मे बांग्लादेश भारत से अलग हुआ,
इस्लामिक देश बना |
# 1948 में आधा कश्मीर भारत से अलग हुआ
पाकिस्तान में मिला POK(Pakistan occupied Kashmir ) | मोहम्मद अली जिन्ना ने कहा था, "भारत के
विभाजन का बीज तो उसी दिन पड़ गया था,
जिस दिन प्रथम हिन्दू इस्लाम में दीक्षित
हुआ था."
इस अलगाववादी सोच के आधार पर १४ अगस्त
१९४७ को अधिकारिक रूप से भारत को विभाजित कर दिया गया. परन्तु यह भारत
का प्रथम विभाजन नहीं था. इसके पहले
भी भारत के अनेक टुकड़े किये गए. सर्वप्रथम
२६ मई १७३९ को दिल्ली के बादशाह मुहम्मद
शाह अकबर ने इरान के नादिरशाह से संधि कर
उपगणस्थान (अफगानिस्तान) उसे सोंप दिया | आने वाले समय में क्रमशः नेपाल, भूटान,
तिब्बत, ब्रह्मदेश (म्यांमार) एवं पश्चिमी एवं
पूर्वी पकिस्तान (बंगलादेश) भारत से अलग कर
दिए गए | स्वतंत्रता पश्चात सन १९४७ एवं सन
१९६२ में आज के पाक अधिकृत लद्दाख
तत्कालीन राज्यकर्ताओं ने थाल में सजाकर पाकिस्तान एवं चीन को दे दिए| सिकुड़ते
जाने की इस यात्रा पर अभी पूर्ण विराम
नहीं लगा है | चीन अब अरुणाचल प्रदेश पर
अपना अधिकार जता रहा है, कश्मीर
घाटी को तोड़ने के प्रयास चल रहे हैं, एवं
करोड़ों बंगलादेशी घुसपैठिये पूर्वांचल समेत सारे देश पर दृष्टि गडाए हैं | लगभग यही हाल देश कई और हिस्सों में है जैसे
असाम , पश्चिम बंगाल ,केरल यंहा भी ये
प्रकिरिया तेजी से चल रही है|
प्रकिरिया तेजी से चल रही है|
तो
दोस्तों...... हर बार की तरह फिर से
यही दोहराति हूँ की "जाती छोड़ो-देश जोड़ो " और "हिन्दू घटा -देश बँटा"
भारत में हिंदू राज्य की स्थापना कैसे हो !
भारत में 83 प्रतिशत हिंदू हैं ,जिन पर 17 प्रतिशत हिंदू विरोधी राज्य कर रहे हैं .इसमे सबसे महत्व पूर्ण स्थान सोनिया गाँधी और उसके परिवार का है। जो ईसाई हैं। राहुल तो भविष्य में प्रधान मंत्री बनने का सपना देख रहा है सोनिया के ख़ास सलाहकारों में ,ओस्कर फर्नांडिस, अम्बिका सोनी ,जिसका नाम हिंदू जैसा है लेकिन वह ईसाई है।,शामिल हैं उप राष्ट्रपति मोहम्मद हमीद अंसारी ,अहमद पटेल ,सलमान खुर्शीद सोनिया के ख़ास हिमायती हैं और कट्टर मुसलमान हैं गृह राज्य मंत्री शकील अहमद हिंदू विरोध के लिए कुख्यात है, केन्द्रीय मंत्री ई अहमद एक मुस्लिम लीगी है,और शफी कुरैशी ,अब्दुल रहमान अंतुले जैसे लोग हिन्दुओं के ख़िलाफ़ ज़हर उगलते रहते हैं ,सोनिया के चहेते हैं.आन्ध्र प्रदेश का मुख्य मंत्री राज शेखर रेड्डी एक ईसाई है ,जिसे लोग हिंदू समझते हैं ,जोन दयाल चेयरमैन केथोलिक यूनियन ,और बालसन थम्पू चेयरमैन एन सी ऐ आर टी सोनिया को हिंदू समाज को कमजोर करने की तरकीबें सिखाते है जिस समय हिंदू अपनी आजीविका कमाने ,या अपने त्यौहार मनाने ,या मन्दिर बनाने में व्यस्त होते हैं, यह लोग हिन्दुओं को राजनीतिक रूप से गुलाम बनाने, और इस भूमि से हिंदू धर्म का सफाया करने की योजनायें बनाते रहते हैं। विश्व में मुसलामानों के 54 देश हैं लेकिन दुर्भाग्य से लगभग एक अरब हिंदू जनसंख्या होने के बावजूद ऐसा कोई देश नहीं जहाँ हिंदू भय मुक्त होकर रह सकें .हम आज तक भारत को एक हिंदू राष्ट्र नहीं बना सके। इसका मुख्य कारण है हमारा स्वार्थ ,पदलोलुपता, हिन्दुओं में एकता का अभाव.और इसीलिए आज राजनीति में मुसलमान ईसाई कम्युनिस्ट और हिंदू विरोधी छाये हुए हैं .और हमेशा हिन्दुओं की अवहेलना की जाती है। यदि हिंदू सचमुच ,मुलायम, लालू रामविलास जैसे मक्कारों और मुसलमानों, ईसाइयों ,और वामपन्थिओं के चगुल से निकालने, और हिन्दुओं को दूसरे दर्जे का नागरिक बनने से बचाना चाहे हों तो निम्न उपाय करने होंगे.
1- सारे हिंदू संगठन जैसे आर एस एस, वी एच पी, बजरंग दल, शिवसेना, बी जे पी और अकाली दल मिल कर एक फ्रंट बनाएं ,और ईश्वर के नाम पर शपथ लें की हर हाल में हिंदू शक्ति की विजय सुनिश्चित करेंगे .
2-भारत में लगभग एक लाख पचास हज़ार अरबपति और चालीस हज़ार खरबपति हैं .और उनमेसे अधिकाँश के पास विदेशों में भी अरबों डालरों की सम्पति है। यदि उन्हें समझाया जाए की यदि भारत में हिंदू अल्प संख्यक हो गए तो कुछ ही वर्षों में उनकी संपत्ति शून्य हो जायेगी। जैसा कश्मीर में हुआ है.
3-हम ऐसे सभी धन कुबेरों से उचित माध्यमों से संपर्क कें ,और उन्हें भामा शाह की तरह देशहित में दान देने की सलाह दे.
4-देश के सभी सम्प्रदाय के संतों ,उपदेशकों ,धर्माचार्यों ,और महंतों से संपर्क कें और उन्हें इस धर्म कार्य का नेतृत्व करने हेतु निवेदन करें। और अपने प्रवचनों ,उपदेशों में इस विषय को अवश्य सम्मिलित करें .संतों द्वारा चलाये गए अभियान से बाज़ी पलट सकती है।
5-देश में अनेकों ओजस्वी प्रखर वक्ता हैं उमा भारती , सुब्रमण्यम स्वामी और विनत कटियार ,इनको प्रचार के लिए देश में भेजा जाए।
6-प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अनुभवी लोगों को इस काम के लिए अनुबंधित कियाजाये, और ऐ मेल आदि का भरपूर उपयोग किया जाए।
7- हमारे वक्ताओं ,नेताओं को अपने विचार निर्भयता और स्पष्ट रूप से प्रकट करने होंगे ,ताकि लोगों में कोई भ्रम न रहे। स्पष्ट नीति के कारण लोगों का विशवास बढेगा
8-यदि आज बी जे पी साफ़ तौर पर यह घोषणा कर दे की ,वह सत्ता मिलने पर देश से आतंकवाद का सफाया कर देगी ,तो कोई कारण नहीं की हिंदू वोट बी जे पी को नहीं मिलें
9-लोकसभा की लगभग 50सीटें ऎसी हैं ,जहाँ हिंदू वोट उदासीन रहता है ,और हिंदू वोटों की संख्या कम रहती है। वहां पर विख्यात हिंदू नेताओं को भेजा जाए,जो अपने ओजस्वी भाषणों से हिन्दुओं को वोट देने के लिए प्रेरित करें और वातावरण पक्ष में बनाएं।
10- यदि केवल 40 प्रतिशत हिंदू भी निश्चय करके वोट डालते हैं ,तो हिंदू राष्ट्र की अवधारणा साकार हो सकती है। इसमे कोई संशय नही है। हमें हिंदू धर्म ,संस्कृति और अपने देश को बचाने के लिए ,गहरी नींद से जागना होगा,और एक साथ मिलकर काम करना होगा। हम यह अवसर न चूकें.याद रखिये की समय किसी के लिए नहीं ठहरता ,ऐसा न हो की बाद में हाथ मलना पड़े। आइये सभी हिंदू प्रतिज्ञा करें की हम अपना भाग्य अपने हाथों से बनायेंगे और भारत को एक हिंदू राष्ट्र बना कर्ण ही दम लेंगें।
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ये निर्विवाद है की जहाँ से हिन्दू
घटा वो हिस्सा भारत से कटा.......
# ईरान भारत से अलग हुआ -
इस्लामिक देश बना |
# अफगानिस्तान भारत से अलग हुआ -
इस्लामिक देश बना |
# 1947 मे पाकिस्तान भारत से अलग हुआ
इस्लामिक देश बना | # 1952 मे आजाद कश्मीर बना, भारत से अलग
हुआ इस्लामिक देश बना |
# 1971 मे बांग्लादेश भारत से अलग हुआ,
इस्लामिक देश बना |
# 1948 में आधा कश्मीर भारत से अलग हुआ
पाकिस्तान में मिला POK(Pakistan occupied Kashmir ) | मोहम्मद अली जिन्ना ने कहा था, "भारत के
विभाजन का बीज तो उसी दिन पड़ गया था,
जिस दिन प्रथम हिन्दू इस्लाम में दीक्षित
हुआ था."
इस अलगाववादी सोच के आधार पर १४ अगस्त
१९४७ को अधिकारिक रूप से भारत को विभाजित कर दिया गया. परन्तु यह भारत
का प्रथम विभाजन नहीं था. इसके पहले
भी भारत के अनेक टुकड़े किये गए. सर्वप्रथम
२६ मई १७३९ को दिल्ली के बादशाह मुहम्मद
शाह अकबर ने इरान के नादिरशाह से संधि कर
उपगणस्थान (अफगानिस्तान) उसे सोंप दिया | आने वाले समय में क्रमशः नेपाल, भूटान,
तिब्बत, ब्रह्मदेश (म्यांमार) एवं पश्चिमी एवं
पूर्वी पकिस्तान (बंगलादेश) भारत से अलग कर
दिए गए | स्वतंत्रता पश्चात सन १९४७ एवं सन
१९६२ में आज के पाक अधिकृत लद्दाख
तत्कालीन राज्यकर्ताओं ने थाल में सजाकर पाकिस्तान एवं चीन को दे दिए| सिकुड़ते
जाने की इस यात्रा पर अभी पूर्ण विराम
नहीं लगा है | चीन अब अरुणाचल प्रदेश पर
अपना अधिकार जता रहा है, कश्मीर
घाटी को तोड़ने के प्रयास चल रहे हैं, एवं
करोड़ों बंगलादेशी घुसपैठिये पूर्वांचल समेत सारे देश पर दृष्टि गडाए हैं | लगभग यही हाल देश कई और हिस्सों में है जैसे
असाम , पश्चिम बंगाल ,केरल यंहा भी ये
प्रकिरिया तेजी से चल रही है|
प्रकिरिया तेजी से चल रही है|
तो
दोस्तों...... हर बार की तरह फिर से
यही दोहराति हूँ की "जाती छोड़ो-देश जोड़ो " और "हिन्दू घटा -देश बँटा"
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