आज अखिलेश की प्रेस कांफ्रेंस देखि जिसमे वो आजम खान के साथ था । अखिलेश गोल टोपी लगा कर आया था।मुझे उसकी टोपी से एतराज़ नहीं होता अगर आज वो जुम्मे की नमाज़ से आया होता .... परन्तु वो मुजफरनगर बारे में बोल रहा था जहा की दंगे हो रहे हैं...
क्या अखिलेश गोल टोपी लगा कर ..मुस्लिमो को कोई छिपा हुआ सन्देश दे रहा था ?
मुझे तो लगा की शायद..टोपी से वो गुप्त सन्देश दे रहा है मुस्लिम समाज के कुछ गुंडों -से वो ये कह रहो जो करना हो कर लो...हम तुम्हारे साथ है
समाजवादी पार्टी ने मुल्लो को खुली छुट दे राखी है अभी अभी शामली में भी फायरिंग हुई हिन्दू मरे जा रहे है ये सब इसलिए क्योकि हिन्दुओ को पकड पकड क्र जेल मे दाल दिया है और मुल्ले आजाद है और मीडिया खामोश
उत्तर प्रदेश के हिन्दुओ एक होक सामना करो इस मुसीबत का अकेले अकेले नहीं लड़ पाओगे खत्म हो जाओ गे
क्या अखिलेश गोल टोपी लगा कर ..मुस्लिमो को कोई छिपा हुआ सन्देश दे रहा था ?
मुझे तो लगा की शायद..टोपी से वो गुप्त सन्देश दे रहा है मुस्लिम समाज के कुछ गुंडों -से वो ये कह रहो जो करना हो कर लो...हम तुम्हारे साथ है
समाजवादी पार्टी ने मुल्लो को खुली छुट दे राखी है अभी अभी शामली में भी फायरिंग हुई हिन्दू मरे जा रहे है ये सब इसलिए क्योकि हिन्दुओ को पकड पकड क्र जेल मे दाल दिया है और मुल्ले आजाद है और मीडिया खामोश
उत्तर प्रदेश के हिन्दुओ एक होक सामना करो इस मुसीबत का अकेले अकेले नहीं लड़ पाओगे खत्म हो जाओ गे
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