Wednesday, September 25, 2013

मोहन परासरण

"..मैं भगवान राम पर विश्वास करता हूँ और मुझे भरोसा है कि रामसेतु पर भगवान राम के चरण पड़े थे, इसलिए मैं रामसेतु तोड़ने के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सरकार की पैरवी नहीं कर सकता..." 

इन कड़े शब्दों के तमाचे के साथ सरकार के महाधिवक्ता मोहन परासरण ने काँग्रेस-डीएमके को झटका देते हुए खुद को मामले से अलग कर लिया है... 

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अभी तक तो यूपीए को सिर्फ सुप्रीम कोर्ट ही तमाचे लगाता रहता था, अब खुद उनके अपने अधिकारी भी समझने लगे हैं कि यह सरकार सिर्फ हिन्दू-द्रोह और हिन्दू-द्वेष की घटिया राजनीति कर रही है...

पारासरन साहब बधाई के हकदार हैं...


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