मुस्लिम रूपी देश के गद्दार को अपना भाई बताने वाले और उनसे भाई-चारा फ़ैलाने की बातें करने वाले मनहूस सेकुलरो जबाब दो....
श्रीनगर में लोगों ने सैय्यद अली शाह गिलानी के आह्वान पर "ओसामा बिन लादेन" की मौत पर "नमाज ए जनाजा" में हिस्सा लिया..!
उनके समर्थकों ने नमाज के बाद अमेरिका और भारत के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सुरक्षाबलों पर पथराव भी किया साथ ही गद्दार अलगावादियों ने पाकिस्तान में मारे गए लादेन को लेकर पाकिस्तान के सलामती की दुआ भी मांगी !
लेकिन, ऐसा करते समय इन गद्दारों ने ये नहीं सोचा कि... लादेन पाकिस्तान की शह पर मारा गया है और ये क्यों हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं...????
लगता है कि... इनकी नज़र में पाकिस्तान हमेशा पाक ही रहेगा क्योकि वो एक इस्लामिक मुल्क है और इनके भाई-बाप पाकिस्तान के सरपरस्त है !
ये ऐसे गद्दार हैं कि ... हिंदुस्तान की खाते हैँ और पाकिस्तान की गाते हैँ !
स्थिति को काबू रखने के लिए सुरक्षाबलों को भी आंसूगैस और लाठियों का सहारा लेना पड़ा।
यहाँ ये ध्यान योग्य है कि ... प्रशासन ने गिलानी को दिखाबे के लिए नजरबंद कर दिया था, लेकिन बाद में गायबाना नमाज ऐ जनाजा में हिस्सा लेने की इजाजत दे दी।
गिलानी ने बटमालू में सैकड़ों लोगों को नमाज से पूर्व संबोधित करते हुए ओसामा को शहीद करार दिया ।
उन्होंने ओसामा को समुद्र में दफन किए जाने की निंदा करते हुए कहा कि ऐसा कर अमेरिका ने अपनी इस्लाम के प्रति अपनी संकीर्ण और शैतानी सोच का ही सुबूत दिया है।
कांग्रेस के समधी सैयद्द अली शाह गिलानी ने श्रीनगर और कश्मीर में सभी इमामो को निर्देश दिए कि वो लादेन के लिए नमाज ऐ जनाज़ा की व्यवस्था करे ! गिलानी ने लादेन को आतंक का नहीं ईमान का मसीहा बताया इस्लाम का पैरोकार बताया !
सबसे आश्चर्य की बात तो ये है जिस जम्मू कश्मीर की सरकार ने हमे लाल चौक कश्मीर में तिरंगा फहराने से रोका वहीँ कुछ अलगावादियों ने वहाँ सड़क पर लादेन के लिए नमाज़ ऐ जनाज़ा पड़ी और उनकी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया था !
ये कैसी विडम्बना है कि... हम अपने देश में रहकर वहाँ तिरंगा नहीं फहरा सकते मगर आतंक का पर्याय और दुनिया भर में खौफ पैदा करने वाले आतंकी लादेन के लिए हमारे देश में प्रार्थनाएँ हो रही है और हमारी सरकार आतंकियों के पैरोकार गिलानी जैसे गद्दारों की सुरक्षा में हमारे देश के जवान लगा रही है !
मेरे ख्याल से तो इन जैसे गद्दारों को तो सरेआम गोली मार देनी चाहिए...... मगर हमारी सरकार उन्हें अपने दामाद की तरह आवभगत कर रही है ... और वो भी भारत माँ के अस्मिता से खेलने वाले लोगों की आवभगत ...??????????
क्या इस देश में भगतसिंह,राजगुरु,चंद्रशेखर आजाद,सुखदेव आतंकी कहलाते रहेंगे और गिलानी जैसे गटर के कीड़े यहाँ सम्मान पाते रहेगे ???
यदि समय रहते इन आस्तीन के सांपो के फ़न नहीं कुचले गए तो वो दिन दूर नहीं जब कश्मीर में पाकिस्तानी झंडा लहराता नज़र आएगा और हमारी नपुंसकों की सरकार हमसे संयम रखने को कहती नज़र आएगी ...!!!!
अगर अब भी न चेते तो अब भारत को हिन्दुत्व से हाथ धोना पड़ेगा और शर्म आयेगी उन धर्मभक्तों की आत्मा को जिन्होने अपने प्राण देकर धर्म और देश की रक्षा की....!
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