कनाडा के प्राइम मिनिस्टर मि. पीअर ट्रुडो ने
जब गीता पढ़ी तो वे दंग रहे गये। मि. पीअर.
ट्रुडो ने कहाः "मैंने बाइबिल पढ़ी, एंजिल पढ़ा,
और भी कई धर्मग्रन्थ पढ़े। सब ग्रन्थ अपनी-
अपनी जगह पर ठीक हैं लेकिन हिन्दुओं का यह
श्रीमद् भगवद गीता रूपी ग्रन्थ तो अदभुत है !
इसमें किसी भी मत-मजहब, पंथ, संप्रदाय
की निंदा स्तुति नहीं है बल्कि इसमें
तो मनुष्यमात्र के विकास की बात है। शरीर
स्वस्थ, मन प्रसन्न और बुद्धि में समत्व योग
का, ब्रह्मज्ञान का प्रकाश जगानेवाला ग्रन्थ
भगवद् गीता है... गीता केवल हिन्दुओं
का ही धर्मग्रन्थ नहीं है, मानवमात्र
का धर्मग्रन्थ है।
जब गीता पढ़ी तो वे दंग रहे गये। मि. पीअर.
ट्रुडो ने कहाः "मैंने बाइबिल पढ़ी, एंजिल पढ़ा,
और भी कई धर्मग्रन्थ पढ़े। सब ग्रन्थ अपनी-
अपनी जगह पर ठीक हैं लेकिन हिन्दुओं का यह
श्रीमद् भगवद गीता रूपी ग्रन्थ तो अदभुत है !
इसमें किसी भी मत-मजहब, पंथ, संप्रदाय
की निंदा स्तुति नहीं है बल्कि इसमें
तो मनुष्यमात्र के विकास की बात है। शरीर
स्वस्थ, मन प्रसन्न और बुद्धि में समत्व योग
का, ब्रह्मज्ञान का प्रकाश जगानेवाला ग्रन्थ
भगवद् गीता है... गीता केवल हिन्दुओं
का ही धर्मग्रन्थ नहीं है, मानवमात्र
का धर्मग्रन्थ है।
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